न जाने कब यह दूरियां कम होगी दर्द के लम्हे बदलेंगे न जाने कब पहले सी नज़दीकियाँ होगी न जाने कब इश्क़ सबसे जरुरी होगा पहला सा प्यार होगा न जाने कब पहले सा साथ होगा न जाने कब एक सुहानी शुरुवात होगी मिलने मैं वो ही बात होगी न जाने कब पहले सी कहानी होगी न जाने कब घंटो बाते होगी फिर रंगीन शाम होगी न जाने कब पहले सी पहली वाली बात होगी न जाने कब....
Shayar hu alfaazon se jaada aesaas likhta.. Aankhon ko pdne ka hunar janta hu Dil ki baat aankhon se jaan leta hu...